प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर को पूरे देश में विश्वकर्मा योजना शुरू होगी. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी में यह योजना शुरू की जाएगी. पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी.
विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ अवसर पर 70 स्थानों पर 70 मंत्री मौजूद रहेंगे. इस योजना में अगले पांच साल में 13 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे. यह योजना समाज के निचले स्तर के कामगारों के कल्याण के लिए लाई गई है.
पांच प्रतिशत की दर से दिया जाएगा कर्ज
इस योजना के तहत मोची, धोबी, बढ़ई आदि को पहले चरण में पांच प्रतिशत की दर से एक लाख रुपये और दूसरे चरण में दो लाख रुपये का कर्ज दिया जाएगा. पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत शिल्पकारों और कामगारों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. ट्रेनिंग लेने वालों को हर दिन 500 रुपये का मानदेय भी दिया जाएगा.