Politicianmirror के लिए गाजीपुर से विनय सिंह के विचार – क्या आपने कभी सोचा है कि भारत के बाद आजाद होने वाला चीन भारत से आगे निकल विकास के नये कीर्तिमान स्थापित करते हुए आज विश्व की महाशक्ति बन चुका है और हमारा भारत आज भी विकास के नये कीर्तिमान स्थापित करने और महाशक्ति बनने के लिए संघर्षरत है। आप क्या सोचते हैं मुझे तो नहीं पता लेकिन मैं मानता हूं कि भारत को भारत के वामपंथियों ने आगे निकलने ही नहीं दिया।
चीन जब कारखाने पर कारखाने खोल रहा था, भारत के वामपंथी उसी चीन के कहने पर भारत के कारखानों को बंद करवा रहे थे।
चीन जब चौड़ी चौड़ी सड़के बना रहा था भारत के वामपंथी उन सड़कों को बारूदी सुरंगों से पुल सहित उड़ा रहे थे।
चीन जब एक एक किलोमीटर ऊंची इमारतो की योजना बना रहा था, उस समय भारत के वामपंथी निर्माण कार्यो के राष्ट्रीयकरण की मांग उठा रहे थे, पर्यावरण के अड़ंगे लगा रहे थे, सीमेंट कारखानों की स्थापना का विरोध कर रहे थे। और सिर्फ मौखिक विरोध नहीं, बल्कि इन उपक्रमों को मूर्त रूप देने वालो की हत्या करवा रहे थे।
जब चीन एक बच्चे की नीति पर चल रहा था, उस समय भारत के वामपंथी सामान नागरिकता के कानून बनाने का पुरजोर विरोध कर रहे थे। और जब चीन अपने नागरिको में राष्ट्रीयता की भावना का प्रसार कर रहा था तो उस समय ये वामपंथी जाति धर्म और क्षेत्र भाषा के नाम पर हमें लड़ाने के कार्य में लिप्त थे। और इस भारत का दुर्भाग्य देखिए ना इनका साथ देने वाला भी इसकी मिट्टी में पल कर बड़े हुए इसी के नागरिक थे।
ध्यान रखें वह वामपंथी आज भी भारत के विकास में बाधक बने हुए हैं और उनका साथ देने वाला भारत का वही नागरिक आज भी है।
जाति धर्म और क्षेत्र भाषा के नाम पर अपने भाई से लड़ने वाले भारत के सभी सम्मानित नागरिक बंधुओं से politicianmirror.com अपील करता हैं आइए हम मिलकर हर उस प्रयास का समर्थन करे जो देश के विकास में लगी हुई है।
अपनी माटी अपना देश
मेरा प्यारा भारत देश।