मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के रण क्षेत्र में राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी उतर चुके है इनको पार्टी ने टिकट देकर मैदान में उतारा वहीं, कुछ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव जीत की जंग में शामिल है। ये वे नेता है जिन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिला।मतलब पांच साल तक पार्टी का झंडा बुलंद करने वाले अब नेता जी बनेंगे निर्दल प्रत्याशी।
निर्दलीय खड़े नेता ना सिर्फ जनता को भरोसा दिला रहे हैं कि जीत के बाद वे बेहतर काम करेंगे बल्कि पार्टी के खड़े नेताओं के लिए मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। इतने मजबूत ये निर्दलीय प्रत्याशी बीजेपी और कांग्रेस का सारा गणित बिगाड़ रहे हैं।
निर्दलीय प्रत्याशियों ने बिगाड़ा चुनावी गणित
दरअसल, पांच सालों बाद प्रदेश में चुनाव हो रहे हैं कई नेता टिकट की चाह में बैठे थे लेकिन टिकट मिला किसी और को इससे वे नाराज हो गए। इस रण में ये नेता निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं। इनमें से कई निर्दलीय नेता ऐसे है जो अकेले ही अपनी पार्टी से अगल अपना दल बनाने का दम रखते है। पार्टी (कांग्रेस-बीजेपी) से नाराज ये नेता अपनी पुरानी पार्टी का पूरा खेल बिगाड़ सकते है।
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